न्यूज़ पोर्टल बनाने की विधि, न्यूज़ पोर्टल से कमाई, न्यूज़ पोर्टल शुरू करने के फायदे-पूरी गाइड 2025

वेब न्यूज़ पोर्टल बनाने के तकनीकी स्टेप्स, कंटेंट प्लानिंग और टीम
एक सफल वेब न्यूज़ पोर्टल चलाने के लिए तकनीकी पक्ष के साथ-साथ कंटेंट निर्माण और टीम प्रबंधन पर भी ध्यान देना होता है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण पहलू हैं:
(क) तकनीकी सेटअप का पुनरीक्षण: यदि आपने पहले से डोमेन, होस्टिंग, CMS सेटअप कर लिया है (जैसा कि सेक्शन 2 में बताया गया), तो सुनिश्चित करें कि आपकी साइट लाइव होने से पहले सभी चीज़ें ठीक तरह कॉन्फ़िगर हों:
सभी ज़रूरी पेज (About Us, Contact Us, Privacy Policy, Disclaimer) तैयार रखें। Disclaimer/Privacy Policy खासकर महत्वपूर्ण हैं, इनमें आप ये बताएँगे कि आप स्रोतों की सत्यता जांचते हैं, किसी नुकसान के जिम्मेदार नहीं हैं, उपयोगकर्ता डेटा का क्या करते हैं आदि।
अपनी साइट का नेविगेशन मेन्यू टेस्ट करें कि सारे लिंक काम कर रहे हैं।
साइट को विभिन्न ब्राउज़र और उपकरणों पर खोलकर देख लें (मोबाइल फ्रेंडली टेस्ट कर लें)।
Google Analytics और Google Search Console जैसी सेवाएँ जोड़ें ताकि आप ट्रैफ़िक ट्रैक कर सकें और सर्च इंजन इंडेक्सिंग मॉनिटर कर सकें।
(ख) कंटेंट प्लानिंग और शेड्यूल: न्यूज़ बिज़नेस में कंटेंट ही राजा (Content is King) है। आपको लगातार नए और प्रासंगिक समाचार अपने पोर्टल पर पोस्ट करने होंगे ताकि पाठक नियमित रूप से साइट विज़िट करें। इसके लिए एक ठोस कंटेंट प्लान तैयार करें:
खबरों के स्रोत तय करें: स्थानीय खबरों के लिए रिपोर्टर नेटवर्क या खुद ग्राउंड रिपोर्टिंग, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय खबरों के लिए समाचार एजेंसियाँ (PTI, ANI, Reuters आदि) या अन्य विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल, प्रेस रिलीज़, सरकारी घोषणाएँ, सोशल मीडिया ट्रेंड्स आदि। हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ही समाचार लें और क्रॉस-वेरिफ़ाई करें।
एक संपादकीय कैलेंडर बनाएं जिसमें महत्वपूर्ण आयोजनों की सूची हो (जैसे चुनाव, बजट, त्योहार, स्पोर्ट्स इवेंट) ताकि आप पहले से विशेष कवरेज की तैयारी कर सकें।
पोस्ट करने की आवृत्ति निर्धारित करें: मुमकिन हो तो दैनिक दर्जन भर खबरें पोस्ट करें (अगर टीम छोटी है तो शुरुआत में 3-4 खबरें रोज़ डालें और धीरे-धीरे बढ़ाएँ)। नियमितता बहुत अहम है – अगर पाठकों को पता होगा कि आप रोज़ नई खबरें देते हैं तो वे बार-बार आएंगे।
यूनिक कंटेंट पर ज़ोर दें: कोशिश करें ख़बर लिखते समय आपकी अपनी आवाज़ या विश्लेषण झलके। केवल किसी एजेंसी की कॉपी पेस्ट न करें, बल्कि थोड़ा और संदर्भ जोड़ें, लोकल एंगल जोड़ें। अद्वितीय सामग्री आपके पोर्टल को अलग पहचान देगी। उदाहरण के लिए, यदि आप किसी खबर पर काम कर रहे हैं जो कई साइटें प्रकाशित कर रही हैं, तो आप उसमें स्थानीय विशेषज्ञ की राय जोड़ सकते हैं या कुछ आंकड़े ग्राफिक के रूप में पेश कर सकते हैं।
मल्टीमीडिया का इस्तेमाल: आज के दौर में टेक्स्ट के साथ-साथ इमेज, वीडियो, ऑडियो भी ज़रूरी हैं। जहां संभव हो, खबर से संबंधित फोटो लगाएं (ध्यान रखें कॉपीराइट फ्री या स्वनिर्देशित फोटोज़ हों), इन्फोग्राफिक्स बनाएं, या महत्वपूर्ण खबरों पर 2 मिनट का वीडियो बाइट डालें। इससे पाठकों की दिलचस्पी बढ़ती है और कंटेंट ज्यादा समृद्ध लगता है।
(ग) न्यूज़ राइटिंग और एडिटिंग: न्यूज़ की भाषा स्पष्ट, संक्षिप्त और तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपकी टीम (या आप स्वयं) प्रूफ़रीडिंग करें – व्याकरण की गलतियाँ या टाइपो से बचें क्योंकि ये विश्वसनीयता को प्रभावित करते हैं। हेडलाइन बहुत महत्वपूर्ण होती है – इसे आकर्षक और सटीक बनाएं ताकि क्लिक मिले पर साथ ही सनसनीखेज़ या भ्रामक शीर्षक लगाने से बचें। उपशीर्षक (सबहेड) का उपयोग कर सकते हैं ताकि रीडर को कंटेंट का सार तुरंत पता चल जाए। न्यूज़ आर्टिकल में यदि कोई तथ्य या आंकड़ा है तो संभव हो तो स्रोत का ज़िक्र करें या हाइपरलिंक दें – इससे आपकी रिपोर्ट की प्रामाणिकता बढ़ती है।
(घ) टीम बनाना (रिपोर्टर/संपादक): शुरुआत में अगर संसाधन सीमित हैं तो आप स्वयं ही समाचार लिखकर प्रकाशित कर सकते हैं। जैसे-जैसे पोर्टल बढ़ता है, आपको एक छोटी टीम की ज़रूरत पड़ेगी:
रिपोर्टर/लेखक: ये लोग समाचार इकट्ठा करने और लिखने का काम करेंगे। आप फ्रीलांस पत्रकारों को भी जोड़ सकते हैं जो आपके लिए पार्ट-टाइम लेख लिखें। स्थानीय न्यूज़ पोर्टल के लिए शहर/ज़िले के कुछ पार्ट-टाइम संवाददाता रखना कारगर होता है।
संपादक (Editor): एक व्यक्ति जो सभी प्रकाशित होने वाली खबरों की गुणवत्ता जांचे, भाषा सुधार करे और सुनिश्चित करे कि कोई कानूनी रूप से आपत्तिजनक चीज न छपे। संपादक यह भी देखता है कि कौन सी खबर प्रमुखता से होमपेज पर लगनी चाहिए, किसे सोशल मीडिया पर हाइलाइट करना है आदि।
फोटोग्राफर/वीडियोग्राफर: अगर आपका पोर्टल खुद की ग्राउंड रिपोर्टिंग करता है तो फील्ड पर फोटो और वीडियो लेने के लिए लोगों की आवश्यकता होगी।
वेब मैनेजर/डेवलपर: साइट तकनीकी रूप से सुचारू रहे, इसके लिए एक तकनीकी व्यक्ति (फ़्रीलांसर या पार्ट टाइम) को ऑनबोर्ड रखें जो समय-समय पर साइट का मेंटेनेंस, बैकअप, अपडेट, सिक्योरिटी चेक आदि कर सके।
मार्केटिंग/सोशल मीडिया मैनेजर: न्यूज़ पोर्टल की डिजिटल मार्केटिंग भी ज़रूरी है। कोई जो SEO, सोशल मीडिया प्रमोशन, ट्रैफ़िक मॉनिटर करना जानता हो, वह आपकी न्यूज को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगा।
शुरुआत में शायद एक व्यक्ति कई भूमिकाएं निभाए (जैसे आप ही एडिटर, आप ही रिपोर्टर, आप ही सोशल मीडिया मैनेजर)। लेकिन धीरे-धीरे जैसे आपकी कमाई बढ़े, इन कार्यों को विभाजित करें ताकि प्रत्येक क्षेत्र पर पूरा ध्यान जा सके।
(ङ) गुणवत्ता और विश्वसनीयता: न्यूज़ पोर्टल चलाते हुए हमेशा याद रखें कि विश्वसनीयता ही आपकी पूंजी है। हर खबर प्रकाशित करने से पहले उसके तथ्यों की जाँच करें। यदि कोई गलती होती है, तो उसे स्वीकार करते हुए तुरंत सुधार प्रकाशित करें – ये एक जिम्मेदार न्यूज़ संगठन की पहचान है। पीत पत्रकारिता (येलो जर्नलिज़म) या clickbait शीर्षक थोड़ी देर को ट्रैफ़िक दे सकते हैं लेकिन लंबे समय में आपकी साख गिराते हैं। इसलिए प्रेस काउंसिल के मानकों और सामान्य नैतिकता का पालन करें। इससे न केवल कानूनी पचड़ों से बचेंगे, बल्कि पाठकों का भी भरोसा जीतेंगे।
न्यूज़ पोर्टल से कमाई कैसे होती है
एक बार आपका न्यूज़ पोर्टल स्थापित हो जाता है और अच्छा खासा ट्रैफ़िक आने लगता है, तो उससे कमाई के कई रास्ते उपलब्ध हैं। अधिकांश न्यूज़ वेबसाइट अपनी आय के लिए निम्नलिखित तरीकों का सहारा लेती हैं:
विज्ञापन (Adsense एवं विज्ञापन नेटवर्क): गूगल का Google AdSense सबसे लोकप्रिय विज्ञापन नेटवर्क है जो वेबसाइट मालिकों को उनकी साइट पर विज्ञापन दिखाकर पैसे कमाने का मौका देता है। आप अपने न्यूज़ पोर्टल पर Adsense के लिए आवेदन कर सकते हैं; अप्रूवल मिलने के बाद गूगल अपने विज्ञापन आपकी साइट पर दिखाएगा और हर क्लिक या इम्प्रेशन के आधार पर आपको भुगतान होगा। कई न्यूज़ पोर्टल्स की आय का मुख्य स्रोत Adsense ही है क्योंकि यह सेट-अप करना आसान है और विज्ञापनदाताओं को खोजने की झंझट गूगल संभाल लेता है। ध्यान रहे, Adsense की अपनी नीतियाँ हैं (आपत्तिजनक कंटेंट, कॉपीराइट उल्लंघन इत्यादि पर वो विज्ञापन नहीं देता), तो उनका पालन करें।
प्रत्यक्ष स्पॉन्सरशिप और लोकल विज्ञापन: जब आपके पोर्टल की एक पहचान बन जाती है, तो आप सीधे विज्ञापनदाताओं से डील कर सकते हैं। खासकर यदि आपका पोर्टल स्थानीय क्षेत्र पर केंद्रित है, तो आसपास के व्यवसाय, दुकानें, संस्थान आपसे संपर्क कर सकते हैं कि आप उनकी बैनर इमेज या प्रायोजित लेख अपनी वेबसाइट पर डालें। ऐसे लोकल विज्ञापनों और स्पॉन्सरशिप से सीधा पैसा कमाया जा सकता है। आप अपने साइट पर “Advertise With Us” पेज बनाकर संभावित विज्ञापनदाताओं को दरें (rate card) बता सकते हैं – जैसे होमपेज पर बैनर का मासिक चार्ज, साइडबार विज्ञापन का चार्ज, sponsored पोस्ट का चार्ज आदि।
एफिलिएट मार्केटिंग: न्यूज़ पोर्टल्स कभी-कभी एफिलिएट मार्केटिंग से भी कमाई करते हैं। इसका अर्थ है कि आप अपनी वेबसाइट पर किसी उत्पाद/सेवा का लिंक या प्रमोशन करते हैं, और उस लिंक के ज़रिए अगर कोई ख़रीदारी या एक्शन होता है तो उसका कमीशन आपको मिलता है। उदाहरण के लिए, यदि आपका न्यूज़ पोर्टल टेक या गैजेट समाचार देता है, तो आप Amazon/Flipkart के एफिलिएट प्रोग्राम से जुड़कर नए फोन, लैपटॉप के रिव्यू आर्टिकल लिखते समय उनका खरीद लिंक दे सकते हैं। हर खरीदी पर आपको कुछ प्रतिशत मिलेगा। ध्यान रखें कि एफिलिएट लिंक को प्रमोट करते समय ईमानदारी बरतें और पाठकों को डिस्क्लोज करें कि ये एफिलिएट लिंक हैं।
प्रीमियम मेंबरशिप/सब्सक्रिप्शन: यदि आपका कंटेंट बहुत यूनिक और वैल्यू देने वाला है, तो आप अपने कोर पाठकों को पेड सब्सक्रिप्शन ऑफर कर सकते हैं। इस मॉडल में कुछ कंटेंट मुफ्त होगा और कुछ खास विश्लेषण, ई-पेपर, आर्काइव या विशेष न्यूज़लेटर सिर्फ भुगतान करने वाले सदस्यों को उपलब्ध होंगे। उदाहरण के लिए, आप ₹x प्रति माह का सब्सक्रिप्शन प्लान रखकर प्रीमियम सदस्यता दे सकते हैं जिसमें मेंबर्स को रोज़ सुबह एक एक्सक्लूसिव एड-फ्री न्यूज़ बुलेटिन मिले या उन्हें वेबसाइट पर विज्ञापन नज़र न आएं, आदि। भारत में अभी यह मॉडल शुरुआती दौर में है, लेकिन कुछ पोर्टल जैसे The Ken, MorningContext इसपर कामयाबी से चल रहे हैं। यह राजस्व का एक स्थिर स्रोत हो सकता है यदि पाठक आपके कंटेंट के मूल्य को समझते हुए भुगतान को तैयार हों।
अन्य तरीक़े: जब आपका न्यूज़ पोर्टल प्रसिद्ध हो जाए, तो आप ब्रांड को अन्य तरीकों से भी भुना सकते हैं – जैसे इवेंट आयोजित करना (वेबिनार, कॉन्फ्रेंस जहां स्पॉन्सरशिप मिल सकती है), अपने पाठकों के लिए मर्चेंडाइज बेचना (टीशर्ट, मग आदि ब्रांडेड सामान), या बड़ी न्यूज़ को ब्रेक करने पर अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस फी इत्यादि। लेकिन ये सब बाद के उन्नत चरणों में आते हैं।
नोट: शुरुआत में आमदनी तुरंत आनी मुश्किल होती है क्योंकि Adsense अप्रूवल और पर्याप्त ट्रैफ़िक बनने में समय लगता है। धैर्य रखें और क्वालिटी व विज़िटर एंगेजमेंट पर ध्यान दें। जैसे-जैसे आपका ट्रैफ़िक बढ़ेगा, वैसे-वैसे कमाई के मौके भी खुलते जाएंगे। कुछ पोर्टल कुछ ही वर्षों में लाखों का राजस्व अर्जित करने लगते हैं – बशर्ते उनकी रीच और विश्वसनीयता स्थापित हो चुकी हो।
न्यूज़ पोर्टल शुरू करने के फायदे
न्यूज़ पोर्टल शुरू करना मेहनत भरा जरूर है, लेकिन इसके कई फ़ायदे हैं जो इसे एक आकर्षक उद्यम बनाते हैं:
समाज पर सकारात्मक प्रभाव: एक स्वतंत्र न्यूज़ पोर्टल चलाकर आप उन ख़बरों को उजागर कर सकते हैं जिन्हें मुख्यधारा मीडिया नज़रअंदाज़ कर देता है। आप जनता की आवाज़ बन सकते हैं, स्थानीय समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचा सकते हैं, भ्रष्टाचार या अनियमितताओं पर रिपोर्टिंग कर के समाज में सुधार ला सकते हैं। इस तरह मीडिया होने के नाते आपकी कलम/कैमरा सामाजिक परिवर्तन का हथियार बन सकती है।
ब्रांड वैल्यू और प्रतिष्ठा: सफल होने पर आपका न्यूज़ पोर्टल खुद में एक ब्रांड बन जाएगा। क्षेत्र विशेष में लोग आपके पोर्टल के नाम को विश्वसनीय समाचार स्रोत के रूप में जानेंगे। इससे व्यक्तिगत रूप से आपको और आपकी टीम को भी प्रतिष्ठा मिलेगी। एक मीडिया संस्थान का संचालन करना जिम्मेदारी के साथ-साथ सम्मान की बात भी होती है। आगे चलकर आप अपने ब्रांड का विस्तार अन्य भाषाओं या क्षेत्रों में कर सकते हैं।
विस्तृत पाठकवर्ग तक पहुंच: इंटरनेट पर होने के कारण आप भौगोलिक सीमाओं में बंधे नहीं हैं। आज एक छोटा सा ब्लॉग भी विश्वभर में पढ़ा जा सकता है, उसी तरह आपका न्यूज़ पोर्टल भी देश-दुनिया में फैले भारतीयों द्वारा पढ़ा जा सकता है। ग्लोबल ऑडियंस तक पहुंच बनाना डिजिटल न्यूज़ का बड़ा फायदा है। वहीं, यदि आप लोकल हैं तो भी स्थानीय के साथ राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय खबर देकर आप अपने पाठकों को एक ही जगह सब कुछ प्रदान कर सकते हैं।
कम लागत में शुरुआत: पारंपरिक मीडिया (अखबार या टीवी) शुरू करने के मुकाबले न्यूज़ पोर्टल बेहद सस्ते में शुरू किया जा सकता है। कम लागत में शुरुआत इसका प्रमुख लाभ है। एक बेसिक वर्डप्रेस साइट तो कुछ हज़ार रुपये में बनकर तैयार हो जाएगी। आपको महंगे प्रिंटिंग प्रेस, प्रसारण उपकरण या बड़े दफ़्तर की जरूरत नहीं। अगर बजट सीमित है तो आप घर से, अपने लैपटॉप और कैमरा की मदद से भी यह काम शुरू कर सकते हैं। शुरुआती खर्च मुख्यतः डोमेन-होस्टिंग और बेसिक मार्केटिंग तक सीमित है।
रीयल-टाइम अपडेट और इंटरएक्टिविटी: न्यूज़ पोर्टल के ज़रिये आप पाठकों को रीयल-टाइम अपडेट्स दे सकते हैं। कोई घटना हुई नहीं कि मिनटों में खबर और तस्वीरें साइट पर आ सकती हैं। साथ ही, पाठक कमेंट सेक्शन या सोशल मीडिया के माध्यम से तुरंत फ़ीडबैक दे सकते हैं, पोल/वोटिंग करा सकते हैं, जिससे एक द्वि-मार्गी संवाद स्थापित होता है जो प्रिंट मीडिया में संभव नहीं।
विस्तार की असीम संभावनाएँ: एक बार आपका पोर्टल जम जाए, तो आप इसे स्केल कर सकते हैं – नई भाषाओं में संस्करण शुरू करना, संबंधित पॉडकास्ट या यूट्यूब चैनल को बढ़ाना, अपनी न्यूज ऐप लॉन्च करना, ई-पेपर या साप्ताहिक डिजिटल मैगज़ीन निकालना आदि कई विकल्प खुले हैं। डिजिटल होने से आप पाठकों के डेटा व रुचि एनालिटिक्स से समझ सकते हैं कि उन्हें क्या पसंद है और उसी अनुरूप नए प्रोडक्ट डेवलप कर सकते हैं।
अंत में, यदि आप पत्रकारिता के जुनून के साथ आगे बढ़ते हैं और धैर्य एवं ईमानदारी से अपने न्यूज़ पोर्टल को समय देते हैं, तो यह समाज और आपके लिए एक लाभकारी पहल हो सकती है। कम संसाधनों में शुरू होकर भी आपका पोर्टल प्रभावशाली बन सकता है, बशर्ते कंटेंट उच्च गुणवत्ता का हो और पाठकों का भरोसा आप जीत सकें। कम लागत, अधिक पहुंच और स्वतंत्रता – ये कारक न्यूज़ पोर्टल को शुरू करने को एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। डिजिटल मीडिया के इस युग में आपकी आवाज़ को मंच मिल सकता है, बस शुरुआत करने के लिए सही योजना और समर्पण की ज़रूरत है।
निष्कर्ष: उम्मीद है इस विस्तृत गाइड ने स्पष्ट कर दिया होगा कि भारत में न्यूज़ पोर्टल शुरू करना किन चरणों से होकर गुजरता है और इसके क्या फायदे हैं। सारांश में, एक अच्छा नाम चुनें, बढ़िया डोमेन-होस्टिंग सेटअप करें, सुविधाजनक CMS (जैसे WordPress) पर अपनी साइट बनाएं, ज़रूरी रजिस्ट्रेशन (जैसे MSME, GST) पूरे करें, कानूनी नियमों का पालन करें, बढ़िया कंटेंट बनाएँ और मजबूत मार्केटिंग करें। यदि वीडियो में रुचि है तो डिजिटल न्यूज़ चैनल आरंभ करें और धीरे-धीरे अपनी टीम व ऑपरेशंस का विस्तार करें। सही रणनीति और गुणवत्ता के साथ, आपका न्यूज़ पोर्टल न सिर्फ सफल व्यवसाय बन सकता है बल्कि पत्रकारिता में नई पहचान स्थापित करने में भी सक्षम होगा।
उम्मीद है आप भी जल्द अपने न्यूज़ पोर्टल के जरिए दुनिया को अपनी आवाज़ सुनाएंगे! शुभकामनाएँ!
मेरी आवश्यकताओं के अनुसार पूरी वेबसाइट को अनुकूलित करते हुए इस टीम ने एक अद्भुत यूज़र फ्रेंडली इंटरफेस तैयार किया – संतुष्टि से भरपूर अनुभव।
Is team ke innovative approach ne mere news portal ko ek fresh aur modern look diya. Design bilkul on-point hai and user experience bhi superb hai
This article truly stands out for its clarity and practicality. Kudos to the team for such dedication!
बहुत ही उपयोगी जानकारी मिली, and the support was excellent. Truly impressed!
मेरी न्यूज़ पोर्टल वेबसाइट के लिए इस टीम की सेवाएँ बेहतरीन रही; उन्होंने मेरी उम्मीदों से भी बढ़कर एक पेशेवर और आकर्षक डिज़ाइन तैयार किया।
मैंने +91 8809666000 पर कॉल किया और तुरंत ही टीम के साथ सीधा संपर्क हुआ। उनके प्रोफेशनल और सहयोगी रवैये ने मेरी सभी शंकाओं का समाधान किया, जिससे मुझे अपने न्यूज़ पोर्टल के डिज़ाइन के लिए पूर्ण आश्वासन मिला.
हर डिवाइस पर समान अनुभव पाने के लिए मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों के लिए अनुकूल डिज़ाइन सराहनीय है।
बहुत ही उत्कृष्ट काम किया गया है। टीम ने मेरे सुझावों को ध्यान में रखते हुए वेबसाइट का डिज़ाइन ऐसा बनाया कि अब इसे देखकर खुशी ही खुशी होती है।
I am extremely pleased with the results. The team’s expertise in creating a custom news portal is evident in the sleek, modern design and seamless performance that now attracts more visitors and enhances user experience.
मेरी न्यूज़ पोर्टल वेबसाइट को नया आयाम दिया है। वेबसाइट का लेआउट और इंटरफेस अत्यंत आकर्षक व उत्तरदायी है, जिससे हर यूज़र को आसानी से नेविगेट करने में मदद मिलती है। उनकी प्रोफेशनलिज़्म और समयबद्ध सेवा से मैं पूरी तरह संतुष्ट हूँ